दोहा :
भकत बड़े बलवान तुम्ही हो, सालासर हनुमान तुम्ही हो ।
आया हूँ मैं दर पे, तुझको आज पुकारा ।
पावो में घुंघरू बाँध के नाचे, मेरा बजरंग प्यारा ॥
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना ।
कहते है लोग इसे राम का दीवाना ॥
पाँवो मे घुंगूरू बाँध के नाचे ,
रामजी का नाम इन्हे बड़ा प्यारा लागे ।
राम ने भी देखो इसे खूब पहचाना,
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना ॥
जहाँ जहाँ कीर्तन होता श्री राम का,
लगता है पैहरा वहाँ वीर हनुमान का ।
राम के चरण मे है इनका ठिकाना,
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना ॥
नाच नाच प्रभु श्री राम को रिझावे,
‘बनवारी’ रात दिन नाचता ही जाए ।
भक्तो मे भक्त बड़ा, दुनिया ने माना,
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना ॥