श्लोक – सुनते हो तुम सब की विनती, जो भी तुम्हे ध्याता है,
सब से पहले मनाये तुमको, तो सब मंगल हो जाता है
बप्पा हो बप्पा – गणपति बप्पा,
बप्पा हो बप्पा – गणपति बप्पा,
तेरी जय जयकार लगाते हैं – जय जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…
तेरे मूषक सवारी – गणपति बप्पा,
लगे अति प्यारी – गणपति बप्पा,
तेरी सूरत है न्यारी – गणपति बप्पा,
मैंने दिल में उतारी – गणपति बप्पा,
मन के मंदिर में तुझको बिठाते हैं – जय जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…
तू विघ्न को हरता – गणपति बप्पा,
तू मंगल करता – गणपति बप्पा,
तू गजमुख दाता – गणपति बप्पा,
तू है भाग्य विधाता – गणपति बप्पा,
तुझे लड्डवन का भोग लगाते हैं – जय-जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…
तुम हो शिव के दुलारे – गणपति बप्पा,
गौरा मय्या के प्यारे – गणपति बप्पा,
गिरधारी ने जाना – गणपति बप्पा,
जिसने तुमको है माना – गणपति बप्पा,
तो दुख उसके मिट जाते हैं – जय जय गणराज,
सारे जगत में सबसे, प्रथमें तुम्हें मनाते हैं…